अमूल्य उपहार
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आर सी मेहता ।।अमूल्य उपहार।। श्री नितेश लोहार की पेंसिल द्वारा विधार्थी अभिलाषा बाघिर विद्यालय, ओटिसी,अंबामाता,उदयपुर जिंदगी में अचानक घटनाएं एवम हादसे होते हैं ,अचानक पहाड़ टूट जाता हैं,जो आपने योजनाएं बना रखी हो वो कुछ ही क्षणों में विफल हो जाती हैं और जिंदगी में कई बार अनचाहा नुकसान या दर्द सहन करना पड़ता हैं। दुख की धाराएं एक साथ बहती हैं ।राई का पहाड़ बन जाता हैं।आपके नही चाहने के उपरांत भी यह सभी बाते आपके खुशी के पलो को छीन लेती है तथा उस पर पानी फेर देती हैं । सपने चूर- चूर हो जाते हैं , यही जीवन की सच्चाई हैं एवम यही जिंदगी का एक पहलू है तथा एक अध्याय हैं , जो हमेशा हमे रोने से हंसने तथा दुखी से खुश रहने तथा हमे प्रेरित करने तथा सीखने के कई अवसर एवम मौके देता है। यह मानव का स्वभाव हैं कि वो पहले लाभ एवम शुभ के बारे में न सोचते हुए वो उसके नुकसान का आंकलन पहले करता है यही जीवन की सच्चाई हैं, तो आईए आज विपरीत सोचते हैं...... , अच्छा सोचते हैं.....। उस क्षण को याद व स्मरण करते हैं जो आज जिंदगी में इसी तरह से खुशी के पल बिना बताए हमे पहले मिल जाए...