शीर्षक आप ही बताए..
![Image](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEigT_LYj7QGycrjT6dbod5h8smR6kQVN3fROXQ7ogoYiYG20GuOpAIPFGaY3BDiaAApIEzfnY69CxxPeTt1iGi_sG-GoA85U-ZCOYad6snv2wf_B7Tk2pJNV6Kb6EgbK8nVi15eSiOEVYM/s1600/1650459479103794-0.png)
आर सी मेहता व्यक्तिगत विचार शीर्षक आपको ही बताना हैं। बात कुछ दिनों पूर्व की है एक भव्य शानदार एवम गरिमामय समारोह का आयोजन हुआ । जिसमे मुझे भी साथियों के साथ इस कार्यक्रम में शामिल होने का गौरव मिला जिसमे पूरे देश से अपनी गायकी देने हेतु प्रतिभागी आए थे। हर प्रतिभागी पूर्ण तैयारी के साथ आये तथा हर एक प्रतिभागी ने एक से बढ़ कर एक प्रस्तुतियां शानदार दी। निर्णायक मंडल भी अनुभवी था। निर्णायक मंडल ने परिणाम एवम विजेता सुनाने से पूर्व प्रतिभागियों की प्रस्तुतियों को लेकर हर प्रतिभागी के बारे में उनकी कमियां एवम अच्छाइयों का बखान कर बताया की इसको और कैसे अच्छा बना सकते थे । जो कमियां निकाली उसको भी विस्तृत में बता कर उन्हें संतुष्ट किया और प्रतिभागियों ने अपनी कमियों को उस वक्त सहर्ष स्वीकार भी किया और निर्णायक मंडल के सेमी फाइनल परिणाम को घोषित किया जिसे सभी ने सहर्ष स्वीकार किया।कार्यक्रम फाइनल की और बढ़ा। फाइनल में जो भी प्रतिभागी पहुंचे उनको किसी भी तरह की शिकायत नहीं थी और आगे की तैयारी जी जान लगा कर ...