दिल से कहो और हौसले की उड़ान भरो।

                    आर सी मेहता,
दोस्तो, मैने अभी तक जो सपने देखे है वो हमेशा सच हुए है,आपको बताना चाहता हूँ कि सपने देखते है तो हकीकत में बदलते है एवं दिल से कही हुई बात  भी उसी तरह हकीकत में बदलती है ।कभी भी दिल से कही हुई बात असत्य नही हो सकती । वो सपनो से कई गुना लक्ष्य को हासिल करती है । हाँ, वो दिल से कही हुई बात आज की मजाक जरूर बन सकती है, उनके लिए जिनके पास न तो दिल है एवं न ही सपने। मैं सोचता हूँ कि  वो कही हुई दिल की बात हो सकती है आपकी कल की उपलब्धि। 
यह सत्य घटना है वर्ष 2008 के पहले की ।मेरे एक क्लाइंट उदयपुर कॉटन मिल में ऑफीसर के पद पर कार्यरत थे तथा वो उनकी पत्नी के नाम से यहां पर व्यवसाय कर रहे थे । मैने ही उन्हें सेल्स टैक्स का रजिस्ट्रेशन दिलाया था तथा वो उसमे धागे की बोबीम की ट्रेडिंग का कार्य कर रहै थे।पत्नी का आयकर का रिटर्न् भी मै ही तैयार करता था। कुछ दिनों में उनका ट्रांसफर देहली हो गया एवं परिवार सहित उन्हें वहां पर शिफ्ट हो गए क्योकि वो गाजियाबाद के निवासी थे। वो बहुत ही हंसमुखी स्वभाव के थे।देहली शिफ्ट होने के बाद वो हर छोटी मोटी बात पर राय फोन पर ही पूछा करते थे।सप्ताह में एक बार अवश्य बात होती वो हमेशा मुझे देहली आने का निमंत्रण देते और में उनको देहली अवश्य आऊंगा इस तरह  का हमेशा आश्वाशन देता रहता।एक दिन उन्होंने वो ही बात दोहराई की मेहता जी देहली कब आरहे हो तो मैने भी बिना विचारे उनको कह दिया कि सिरोहिया सा में देहली अवश्य आऊंगा लेकिन जब भी देहली आऊंगा तो सिर्फ राष्ट्रपति बनकर ही आऊंगा । वो मेरी बात को सुनकर हँसने लगे और इतना हंसे की अपनी हँसी को रोक नही पाए और ठहाको के साथ हंसते रहे।थोड़ी देर बाद जब वो इस बात से नॉर्मल हुए तो मेरी बात उन्होंने उनके स्टाफ के सभी साथियों को बताई तथा उन्होंने सभी को बोला कि मेरे उदयपुर वाले वकील सा राष्ट्रपति बनकर देहली आ रहे है आप सभी उन्हें हमारे होने वाले राष्ट्रपति की उन्हे अग्रिम शुभकामनाये प्रेषित करो तो मुझे उन  सभी साथियों ने बधाईया दी एवम शुभकामनाये दी और मुझे कहा की आप शीघ्र राष्ट्रपति बन कर आये व ईश्वर आपका सपना जल्द पूरा करे।मुझे उस समय ऐसा महसूस हुआ जैसे वास्तव में राष्ट्रपति के पद पर नामांकित हो गया।
दोस्तो, उस दिन मेने यह बात दिल से कही है मेने जो दिल से जो सपना देखा है वो आज भी मेरे दिल मे जीवित है। साथियो मुझे कुर्सी मिले या नही मिले लेकिन में सपने अपने लिए अवश्य देखता हूं और वो सपने कल हकीकत में अवश्य बदलते है ऐसा मेरा मानना है । यह भी मानना है कि जिस तरह का बीज बोयेंगे तो ही फल उसी तरह का मिलेगा। आपको मेरा यह पागल पन लग सकता है लेक़िन मेने बीज सकारात्मक सोच के साथ बोया है ।पवित्र पुस्तक गीता  में भी यही बताया है कि कर्म करो।वो मै कर रहा हूं ऐसा आगे भी मुझे करना है।यह मेरे दिल के विचार है।
आगे.......परिणाम सकारात्म होगा।
दिल से कहो और हौसले की उड़ान भरो।

आर सी मेहता
Dt.27 जुलाई, 2020

Comments

  1. आपकी सकारात्मक सोच की तारीफ करनी होगी। जीवनमे उन्नति के लिए आवश्यक है कि लक्ष्य ऊंचे हो।लक्ष्य का निर्धारण करके उसे पाने के लिए कठिन परिश्रम करें। यह भाव नहीं रखे ये तो मैं कर ही नही सकता। मेरा तो मानना है कि अपना कार्य पूरी ईमानदारी से संपादित करें सफलता अवश्य मिलेगी।

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